SSC Exam 2025: ये एग्ज़ाम था या मज़ाक?

SSC Exam 2025: ये एग्ज़ाम था या मज़ाक?

SSC Phase 13 परीक्षा 2025 में भारी अव्यवस्था: फेल वेरिफिकेशन, खराब सेंटर, और छात्रों पर लाठीचार्ज जैसी घटनाओं ने सिस्टम की खामियों को उजागर कर दिया है। जानिए इस मिसमैनेजमेंट की पूरी सच्चाई, छात्रों की जुबानी।

एक्ज़ाम का नाम सुनते ही दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं वो भी SSC जैसा एग्ज़ाम, जो लाखों बच्चों का सपना है। लेकिन इस बार Phase 13 का जो हाल देखा... सीधी बात कहूँ? सिस्टम पे भरोसा उठ गया यार।  


सेंटर पहुँचे तो बोला पेपर कैंसल”  

अब सोचो, कोई बनारस से पटना गया हो, कोई मुरैना से ग्वालियर हजारों बच्चे सेंटर पर वक़्त से पहले पहुँचे, लेकिन जैसे ही गेट पर पहुँचे, गार्ड बोला एक्ज़ाम तो कैंसल हो गया।”  

किसी का माउस काम नहीं कर रहा था।  

किसी की स्क्रीन ब्लैक।  

किसी का सिस्टम exam के बीच में क्रैश हो गया।  

और सबसे बुरा कुछ बच्चों को कहा गया " Face Verification fail", जबकि वो खुद अपने ही फोटो में सामने खड़े थे।  

मतलब साफ है ये ना कोई तकनीकी गलती थी, ना कोई एक दिन की चूक। ये पूरी प्लानिंग में ही गड़बड़ थी।  

 

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सेंटर कहाँ बनाए गए? तबेले में, दुकान के ऊपर!  

अब आप हँसोगे, लेकिन ये हकीकत है।  

कई बच्चों ने बताया “Exam center DJ की दुकान के ऊपर था।”  

कहीं खेतों के बीच सेंटर बना दिया, जहाँ कोई नेटवर्क नहीं, बिजली तक भरोसेमंद नहीं।  

एक लड़के ने बताया हमारा सेंटर literal भैंसों के तबेले के पास था। अंदर घुसते ही गोबर की smell, पंखा तक नहीं।”  

ये सब कैसे हुआ?  

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कौन थी Vendor कंपनी? Eduquity !  

जिस कंपनी को SSC ने ये एग्ज़ाम कराने का ठेका दिया वो पहले से ही विवादों में रही है।  

मामले Vyapam तक जुड़े हैं, फिर भी करोड़ों का कॉन्ट्रैक्ट इन्हीं को?  

और जब ये बवाल हुआ, तो SSC ने कहा जाँच करेंगे।”  

लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।  

 

55,000 शिकायतें! लेकिन कोई जवाब नहीं  

SSC के पास खुद 55 हज़ार से ज़्यादा कंप्लेंट्स पहुँचीं।  

स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरे।  

दिल्ली के CGO Complex और Jantar Mantar पर विरोध-प्रदर्शन हुआ।  

कई जगहों पर पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज तक किया।  

Neetu Ma’am जैसी कोचिंग फैकल्टी को डिटेन कर लिया गया क्यों? क्योंकि वो सच बोल रही थीं?  

 

फर्जी सर्टिफिकेट्स और हरियाणा की मिसमैनेजमेंट  

CGL 2024 में 13 लोगों ने फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट लगा दिए।  

6 को बैन किया गया, बाकी अभी भी under investigation हैं।  

लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।  

अब सोचो कोटा भी लोग एक्सप्लॉइट करने लगे हैं।  

 

पुरानी मिसमैनेजमेंट भी भूले नहीं हैं  

बंगाल का SSC टीचर नियुक्ति मामला  

26,000 से ज़्यादा लोगों की नियुक्तियाँ रद्द हुईं।  

Supreme Court ने तक कहा पूरा सिस्टम ही फेल है।”  

CBI, ED सब लगी हुई हैं, लेकिन छात्रों का फ्यूचर कौन लौटाएगा?  

 

एक बच्चा, एक सपना, और एक टूटा भरोसा  

हर बच्चा जो SSC देता है वो सिर्फ एक्ज़ाम नहीं देता, वो उम्मीद लगाता है।  

वो दिल्ली, जयपुर, भोपाल आता है PG में रहता है, कोचिंग करता है, घर से सपोर्ट आता है।  

और जब उसी बच्चे को बोला जाए “Face match नहीं कर रहा”, “पेपर कैंसिल हो गया”, “नेटवर्क डाउन था”  

तो सिर्फ़ पेपर नहीं, भरोसा भी टूटता है।  

 

आखिरी बात ये सिर्फ़ एक गलती नहीं, ये सिस्टम की हार है  

हम बार-बार बोलते हैं सिस्टम बदल रहा है, डिजिटल इंडिया, नए कानून...  

लेकिन ground reality ये कहती है कि अभी बहुत कुछ बदलना बाकी है।  

SSC ने लाखों कैंडिडेट्स की मेहनत, टाइम, और पैसा मिसमैनेजमेंट की आग में झोंक दिया।  

अब वक्त है कि स्टूडेंट्स की आवाज़ सुनी जाए न कि उन्हें लाठियों से चुप कराया जाए।  

 

आवाज़ उठाओ, चुप मत बैठो  

आपने ये भुगता है, हमने सुना है और अब पूरा देश जान रहा है।  

बस अब चुप मत रहो।  

हक़ माँगो और सिस्टम को याद दिलाओ कि ये नौकरी तुम्हारा सपना नहीं, अधिकार है।