Happy Hindi Diwas 2023
भारतीयसंविधान के अनुच्छेद 343 केअनुसार , देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी कोअब राष्ट्रीय भाषा के रूप मेंमान्यता प्राप्त है। भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ , जिस दिन संविधान सभा के प्रस्ताव कोमंजूरी दी गई थी। 1950 के दशक में , भारत की राष्ट्रीय सरकारने संचार की प्राथमिक भाषाके रूप में हिंदी का उपयोग करनाशुरू कर दिया। 1953 मेंपहला हिंदी दिवस मनाया गया। इसकेअतिरिक्त , हिंदी राष्ट्रीय सरकार और राज्य सरकारोंके बीच संचार की प्राथमिक भाषाहै। इसके अलावा , राज्य प्रशासन अपने अद्वितीय संदर्भों के अनुरूप विभिन्नभाषाओं का चयन करनेके लिए स्वतंत्र थे। परिणामस्वरूप , भारतीय संविधान हिंदी और अंग्रेजी केअलावा 22 अन्य भाषाओं को आधिकारिक भाषाके रूप में नामित करता है।
हिंदीबोलने से हम कमबुद्धिमान नहीं हो जाते ; इसकेविपरीत , यह दर्शाता हैकि हम अपने देशऔर उसके लोगों से कितना प्यारकरते हैं। सभी को विश्व हिंदीदिवस 2023 की शुभकामनाएँ।
आपकोयह कहने में झिझक क्यों हो रही हैकि हिंदी जन -जन कीभाषा है ? आप इसे अपनाभाग्य -निर्माता मानकर क्यों नहीं अपनाते ? राजभाषा हिंदी दिवस की बधाई !
हमारेप्यारे भारत देश का गौरव है , इसमें सब मिलजुल कररहते हैं। यह इसे विश्वमें अद्वितीय बनाता है। हिंदी एक हृदय कीजान है जो हमसबको जोड़ती है। हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ !
इसकीपरवाह किसे है ? हिंदी को देश कीराजभाषा बनाया जाना चाहिए। यह हमारी सांस्कृतिकविरासत है . मैं आप सभी कोहिंदी दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।
हिंदू , मुस्लिम , सिख , ईसाई सभी को हिंदी बोलनीचाहिए मेरे भाई। संविधान सभा ने 14 सितंबर को राष्ट्रीय राजभाषादिवस के रूप मेंघोषित किया।
जिस व्यक्ति का तकिया कलाम हिंदी है , वह देश की आराध्य है , उसे अपनी मातृभाषा पर गर्व नहीं है। उन्हें राष्ट्र से क्या स्नेह होगा ? हिन्दी का विकास केवल आज तक ही नहीं , निरंतर जारी रहना चाहिए| हर दिन हिंदी दिवस मनाया जाना चाहिए
हिंदी और हिंदुस्तान का हर हिंदुस्तानी के साथ वही एक रिश्ता है जो एक दिल का धड़कन से और एक मां का अपने बच्चे से ... हिंदी दिवस के अवसर पर ढेर सारी बधाई !!!
हिंदी दिवस हमें याद दिलाता है हिंदी भाषाकी तरफ हमारा कर्तव्य , संजो कर रखने काऔर इसे हमारी आने वाली पीढ़ी को इसके सुंदररूप में सौपने का।
मुबारक हो हिंदी दिवस का दिन .... हिंदी का सम्मान करना इस देश का सम्मान करना है ... हिंदी का भविष्य अब हमारे हाथ में है !!!
हिंदीके बिना हिंदुस्तान उतना ही अधूरा है जितना सांसों के बिना ये जीवन ... हिंदी दिवस की ढेर सारीशुभ कामनाएं।